गत दिनों निज़ामाबाद (आन्ध्र प्रदेश) के राजीव गाँधी आडिटोरियम में आयोजित एक समारोह में इंदूर हिंदी समिति ,निज़ामाबाद ने हिदी में उल्लेखनीय कार्य के लिये हैदराबाद से प्रकशित हिंदी दैनिक "स्वतंत्र वार्ता "के समूह संपादक डॉ राधेश्याम शुक्ल एवम निज़ामाबाद के स्थानीय संपादक प्रदीप श्रीवास्तव को क्रमश सन 2011 एवम 2012 के लिये "इंदूर हिंदी सम्मान से नवाजा गया | यह सम्मान शहर विधायक वाई लक्ष्मी नारायण ने प्रदान किये | सम्मान के रूप मै शाल,श्रीफल,स्मृति चिन्ह एवम सम्मान पत्र प्रदान किये गए | इस अवसर पर बोलते हुए डॉ सुकल ने कहा कि दक्षिण में हिदी क़ी बात चलती है तो यही कहा जाता है कि यह क्षेत्र गैर हिंदी भाषी है, जो कि एक भ्रम है ,हिंदी तो पूरे देश के साथ -साथ विश्व के कई देशों में बोली ,जानी व समझी जाती है | फिर इसे किसी एक क्षेत्र में बांधना कहाँ तक न्यायोचित होगा | वहीँ श्री श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि सही मायने में देखा जाय तो हिंदी भाषा के साथ -साथ अपनी संस्कृति को बचे रखने में मारवाड़ी समाज का महत्वपूर्ण योगदान है | उत्तर से दक्षिण या पूर्व से पश्चिम में कहीं भी जाएँ तो आप पाएंगे क़ी वहाँ रहने वाले मारवाड़ी समाज के लोग हिंदी भाषा ही बोलते हैं | कितना बड़ा उद्योगपति क्यों न हो वह हिंदी अखबार व पत्रिकाए ही मंगवाते हैं,केवल दिखाने के लिये नहीं पढ़ते भी हैं , क्यों न उन्हें दो-तीन दिन बाद मिले | इस वासर पर हिंदी समिति के मंत्री राज कुमार सूबेदार ने समिति क़ी रूप रेखा पर प्रकाश डाला ,जबकि अध्यक्ष राजीव दुआ ने समिति के आगामी कार्यक्रमों का विवरण दिया| वहीँ समिति द्वारा इस मौके पर "निज़ामाबाद क़ी एक शाम - कवियों के नाम " का आयोजन भी किया गया ,जिसमे देश के प्रतिष्ठित हास्य,वीर एवम श्रृंगाररस के कवियों ने भाग लिया | भाग लेने वाले कवियों में शामिल थे राजस्थान कोटा से कुंवर जावेद,मध्य प्रदेश के रतलाम से धमचक मुल्तानी एवम इंदौर से अतुल ज्वाला ,लखनऊ उत्तर प्रदेश से नरेश निर्भिक,महाराष्ट्र के मलेगावं से मुजावर मलेगावी एवम हैदराबाद क़ी श्रीमती ज्योति नारायण के साथ-साथ सथानीय कवियों में शामिल थे विजय कुमार मोदानी ,अशफाक असवी,रहीम कमर ,जलाल अकबर,सीताराम पाण्डे ,गंगाधर एवम रियाज तन्हा | कविसम्मेलन क़ी अध्यक्षता क़ी पुरषोत्तम सोमानी ने तथा संचालन किया कुंवर जावेद ने | देर सुबह तक चले इस कवि सम्मेलन का आनंद श्रोताओं ने भर पूर उठाया |
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